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गोरखपुर-मुंडेरवा के बीच 26 दिसंबर से दौड़ेंगी ट्रेनें, ट्रैक क्षमता और गति में होगा इजाफा

गोरखपुर से मुंडेरवा तक 26 दिसंबर से आटोमेटिक ब्लॉक सिग्नल सिस्टम लागू। ट्रेनों की गति और ट्रैक क्षमता में इजाफा। पढ़ें पूरी खबर।

गोरखपुर, 24 दिसंबर 2024: उत्तर पूर्व रेलवे के गोरखपुर से मुंडेरवा तक 26 दिसंबर से एक के पीछे एक ट्रेनें चलने लगेंगी। लखनऊ मंडल के इस 45 किलोमीटर लंबे रेलखंड पर आटोमेटिक ब्लॉक सिग्नल सिस्टम लागू हो गया है। इससे ट्रेनों की गति और ट्रैक की क्षमता दोनों में वृद्धि होगी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में रेलवे में आधुनिक तकनीक के इस्तेमाल से ट्रेनों की निगरानी के लिए गोरखपुर में सेंट्रल ट्रैफिक कंट्रोल रूम (सीटीसी) स्थापित किया जा रहा है।


आटोमेटिक ब्लॉक सिग्नल सिस्टम: क्या बदलेगा?

  • सिग्नल प्रणाली में सुधार: नई प्रणाली में लोको पायलटों को ग्रीन, येलो, डबल येलो और रेड चार तरह के संकेत मिलेंगे। यह संकेत ट्रेनों को गति और संचालन में मार्गदर्शन करेंगे।
  • एक के पीछे एक ट्रेनें: इस तकनीक से ट्रेनों का संचालन अधिक व्यवस्थित और सुरक्षित होगा।
  • ट्रैक क्षमता और गति में इजाफा: नई प्रणाली से गोरखपुर से छपरा के बीच 130 किमी प्रति घंटे की गति से ट्रेनें चल सकेंगी।

परियोजना की प्रमुख विशेषताएं

क्षेत्रलंबाई (किमी)स्थिति
गोरखपुर-मुंडेरवा45सिस्टम लागू
मुंडेरवा-बैतालपुर90कार्य पूरा
देवरिया-भटनीप्रगति पर
बाराबंकी-छपरा425प्रथम चरण में

रेल मंत्रालय ने उत्तर पूर्व रेलवे के सभी प्रमुख रेलमार्गों पर इस प्रणाली को लागू करने के लिए 1,000 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं।


किसे होगा फायदा?

  • यात्रियों के लिए: ट्रेनों की गति बढ़ने से यात्रा समय में कमी आएगी।
  • रेलवे प्रशासन: ट्रैक की क्षमता बढ़ने से अधिक ट्रेनें संचालित की जा सकेंगी।
  • लोको पायलट: संकेतों की स्पष्टता से संचालन में सुधार होगा।

प्रभावित ट्रेनें और मार्ग परिवर्तन

25 दिसंबर को नॉन-इंटरलॉकिंग कार्य के कारण कुछ ट्रेनें निरस्त रहेंगी:

ट्रेन संख्यारूटस्थिति
12531/12532गोरखपुर-लखनऊ इंटरसिटीनिरस्त
04137ग्वालियर-बरौनी स्पेशलनिरस्त

इसके अलावा, कई ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित किया गया है। अधिक जानकारी के लिए उत्तर पूर्व रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।


भविष्य की योजनाएं

रेल मंत्रालय का लक्ष्य है कि 2025 तक सभी प्रमुख रेलखंडों पर आटोमेटिक ब्लॉक सिग्नल सिस्टम लागू हो जाए। लखनऊ-गोरखपुर-छपरा और सीतापुर-बुढ़वल मार्ग पर 875 रूट किलोमीटर पर यह प्रणाली जल्द ही पूरी तरह लागू होगी।


Railways News: यह तकनीकी सुधार न केवल रेलवे के संचालन को अधिक कुशल बनाएगा, बल्कि यात्रियों के लिए भी यात्रा अनुभव को बेहतर बनाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में रेलवे में इस तरह के आधुनिकीकरण से उत्तर प्रदेश के विकास में एक और कदम जुड़ गया है।

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